1 Part
250 times read
16 Liked
रंग देखें हैं... मिलने को तुझसे उजालों का इंतज़ार करता हूँ मैंने रातों के भी रंग देखे हैं आज तेरी नज़दीकियों का एहसास हुआ हैं मैंने फासलों के भी रंग देखें ...